मोदी सरकार की फेसबुक के CEO जकरबर्ग को खुली चेतावनी, कहा- बर्दाश्त नहीं करेंगे चुनावों में हेराफेरी
विवादास्पद कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा अमेरिका सहित कई देशों में चुनाव में अपने सियासी ग्राहकों के लिए मिलीभगत कर फेसबुक के डेटा की चोरी की गूंज देश की सियासत में भी गूंज रही है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस कंपनी का कांग्रेस से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग को दो टूक शब्दों में कहा है कि भारत अपने यहां डेटा में हेराफेरी कर चुनाव को प्रभावित करने जैसी कार्यवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा।
प्रसाद ने कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका ने अपने क्लाइंट को चुनाव जिताने के लिए हनी ट्रेप, रिश्वत और फेसबुक के डेटा का गलत उपयोग किया है। क्या कांग्रेस भी इन्हीं तरीकों से चुनावी सफलता हासिल करना चाहती है। कांग्रेस ने संबंधित कंपनी से किसी तरह के संबध को खारिज करते हुए सरकार पर दुष्प्रचार का आरोप लगाया है।
प्रसाद ने कहा कि कंपनी के संबंध में फेसबुक की मिलीभगत से अमेरिका में 5 करोड़ लोगों के डेटा चुराने संबंधी कई अन्य रिपोर्ट चौंकाने वाली है। भारत में 20 करोड़ लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं।
सरकार यह स्पष्ट कर देना चाहती है कि अगर भारत में चुनाव और प्रजातंत्र को प्रभावित करने के लिए फेसबुक की ओर से ऐसी हेराफेरी की गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पडने पर हम जकरबर्ग को तलब करने से नहीं हिचकिचाएंगे।
गौरतलब है कि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कंपनी ने चुनाव जिताने के लिए कई अनैतिक तरीकों का सहारा लिया। अमेरिका चुनाव में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के लिए माहौल बनाने के लिए फेसबुक के 5 करोड़ लोगों के डेटा चुराए।
प्रसाद ने इस दौरान मीडिया रिपोर्टों के हवाले से विवादास्पद कंपनी से कांग्रेस द्वारा सांठगांठ का आरोप लगाया। प्रसाद ने कहा कि यह कंपनी कांग्रेस अध्यक्ष के लिए रणनीति बनाने में जुटी हुई थी। ऐसे में राहुल गांधी के सोशल मीडिया में फॉलोवरों की संख्या बढना शक के दायरे में है।
कांग्रेस को यह भी बताना चाहिए कि क्या वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए वह इस कंपनी के जरिए चोरी के डेटा का इस्तेमाल करेगी। इसके अलावा हनी ट्रेप-रिश्वतखोरी जैसे हथकंडे अपनाएगी?