प्रतापगढ़ -जिले की हालत खस्ताहाल साहब जरा ठहरिए आप जनपद प्रतापगढ में है
आप कही बाहर किसी राज्य या जिले से अगर प्रतापगढ की धरती से गुजर रहे है और अचानक आप हिचकोले खाने लगे तो समझ लीजिए कि आप प्रतापगढ़ आ गये है जिले में प्रवेश कर चुके है। साहब यहाँ पर सब कागज पर चलता है जमीन पर है तो केवल गड्ढा जो कभी नही है भरने वाला।
भंगवा चुंगी से सदर मोड़ तक सड़क पर आप आनंद ले सकते है झूले का वो भी अपनी सवारी से बिलकुल मुफ्त हर जगह गड्ढा, जल जमाव। उस समय बड़ी गाड़ी जैसे ट्रक,बस चालक ये यह नही सोचते कि रोड पर चलने वाला आदमी एक इंशान है ये रोड से कभी गाड़ी किनारे नही ले जाएंगे क्योकि इनको डर है कि कही वो खुद पानी से भरे गड्ढे में जा कर मुसीबत में न फस जाएं और ये खुद को बचाने के लिए दूसरे को रौंदते हुए अपनी मंजिल को निकल जाते है।
दूसरी सबसे बड़ी बात यहाँ अगर कोई पत्रकार समस्या को उजागिर करता है तो उस पर हमला हो जाता है या धमकी मिलती है या किसी मामले में फसाकर उसपर फर्जी मुकदमा लिखा दिया जाता है।
आप को सच लिखने का या सच सामने लाने पर आपको धमकी मिलती है। एक पत्रकार है जिसको भूत सवार रहता है जनता की समस्याओं को सबके सामने लाने का और क्या होता है उसका हाल उस पर जानलेवा हमला। पूरे प्रदेश में केवल प्रतापगढ में पत्रकारों का ज्यादा है बुरा हाल और उत्पीड़न। सच लिखने की कीमत जान चुकाकर देनी पड़ती है।
हमारे साथ बहुत दिग्गज पत्रकार है हम उनसे उम्मीद भी करते है कि वो बुरे समय मे कभी हमारा साथ देंगे पर वो हमारे मुसीबत के समय को उपहास का पात्र समझ कर किसी मामले को संज्ञान में ही नही लेते। जिसका कारण है आज जनपद में एक-एक पत्रकारों को टारगेट किया जा रहा है और फर्जी मुकदमे दर्ज किये जा रहे है।
सभी को आगे आकर समस्याओ से निपटना होगा नही तो हर पत्रकार साथी का यही हाल होगा।
फिलहाल प्रतापगढ़ के सड़को की हालत बहुत ही ज्यादा खस्ताहाल है।
कृपया अधिकारी इस मामले को संज्ञान में लेकर मरम्मत का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कराए क्योकि आये दिन हर एक शख्स दुर्घटना का शिकार हो रहा है।।