बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नही बंद करा पाऐ बगैर मान्यता प्राप्त विधालय

गोला गोकरननाथ खीरी
संवाददाता

मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी प्राइवेट स्कूल बंद होने का नाम नहीं ले रहे हैं ।और तो और प्राइवेट स्कूल में अवैध तरीके से धन की वसूली भी छात्र-छात्राओं से की जाती है ।गोला नगर व आसपास में ऐसे प्राइवेट विद्यालय चल रहे हैं ।जिनके पास मान्यता के नाम पर कुछ भी नहीं है ।लेकिन विद्यालय नर्सरी से इंटर तक चलाते हैं ।और उनमें पढ़ाने वाले छात्र-छात्राओं से ₹300 से लेकर ₹400 तक की फीस भी वसूली की जाती है। और तो और उनकी किताबें भी स्कूलों से ही प्राप्त करनी पड़ती है। जिसका भी अधिक मूल्य अभिभावकों से वसूला जाता है। और ऐसे ऐसे अध्यापक वहां पर पढ़ाते हैं। जिनको कुछ भी नहीं आता है ।बल्कि संख्या गिनी जाती है ।कि हमारे स्कूल में बहुत अध्यापक हैं। जिनकी मासिक आय 1200 से 15 00सो रुपए तक है। अब बताइए यहा जो भी अध्यापक होगा वह क्या इतने कम मासिक मानदेय में पढ़ा सकता है। लेकिन इस स्कूलों में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है ।आप बताइए इन विद्यालयों में कोई उचित छात्रों के लिए प्रबंध नहीं है ।लेकिन ऐ स्कूल मानक विहीन है ।जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 2018 /19 में आदेश जारी किया था। कि जितने भी बगैर मान्यता प्राप्त स्कूल है ।और मानक विहीन हैं ।उनको जल्द से जल्द बंद कराया जाए लेकिन लखीमपुर खीरी के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने ऐसा मुख्यमंत्री का आदेश संज्ञान में नहीं लिया है ।और आज भी प्राइवेट स्कूल चल रहे हैं। और फल फूल रहे हैं। और तो और यहा कुछ विद्यालय के पास विद्यालय चलाने के लिए जगह नहीं है ।और वह विद्यालय किराए की बिल्डिंगों में चला रहे हैं ।मैदान नहीं है बच्चों के खेलने के लिए उचित प्रबंध नहीं है। फिर भी विद्यालय धड़ल्ले से चल रहे हैं ।और अप्रशिक्षित अध्यापक बच्चों का भविष्य खराब करने पर तुले हुए हैं ।कुछ स्कूलो के मालिक लेडीस स्टाफ रखते हैं ।क्योंकि वह कम वेतन में काम करने के लिए मिल जाती है ।अब मुख्यमंत्री जी का आदेश क्यों पालन नहीं हो पा रहा है। क्या बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भारी-भरकम रकम दी जाती है। इसीलिए इन स्कूलों को बंद नहीं कराया जा रहा है ।अब देखना यह है कि प्राइवेट स्कूल धड़ल्ले से चल रहे मनमानी फीस वसूलने और किताबें अपने ही स्कूल से दे रहे हैं ।अब इसमें बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जाता है। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्य ने आदेश जारी किया है ।कि जितने भी प्राइवेट स्कूल चल रहे उनको जल्द से जल्द बंद कराया जाए और जो चल रहे हैं जिनकी मान्यता है ।जितनी है उतने तक ही कक्षाए चलाऐ जाऐ ।और उनका भवन शिक्षा संबंधी मानक संपूर्ण है वहीं विद्यालय चल सकते हैं ।वरना बंद कर दें ऐसा आदेश आया था लेकिन आज तक इस आदेश का पालन नहीं हो पाया । अब देखना यह है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी की जेब मे पैसो की गड्डिया जा रही तभी तो आदेश का पालन नही हो पा रहा है ।


*करूणेश त्रिवेदी*
*जनमोर्चा* हिन्दी दैनिक समाचार पत्र
तहसील प्रभारी गोला (खीरी)

Leave a Reply

%d bloggers like this: