शासनादेश से उपजी भ्रामक स्थिति से सफाई कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त


मुकेश शर्मा
रायबरेली (संज्ञान न्यूज़) 4 अप्रैल 2005 को निर्गत शासनादेशानुसार 6 अप्रैल 2022 से अगले आदेश तक प्रदेश के समस्त पालिका संस्थाओं के वार्डो को मंडल आवंटित करते हुए सुबह 5:00 से 8:00 के मध्य अधिशाषी अधिकारी / सफाई निरीक्षक /सफाई सुपरवाइजर एवम समस्त अधिकारियों को आवंटित में सफाई व्यवस्था निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। कर्मचारियों का कहना है कि अधिकारियों को सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए सुबह 5:00 से 8:00 बजे का समय दिया गया है। लेकिन सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि पालिका अधिकारियों द्वारा सफाई कर्मचारियों पर मौखिक आदेश से उन पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है कि सफाई कर्मचारी भी 5:00 बजे अपने अपने क्षेत्र से संबंधित अधिकारी के साथ उपस्थिति दर्ज कराएं ।


जबकि सफाई कर्मचारियों का पूर्व से निर्धारित कार्य करने का समय प्रातः 6:00 से 10:00 बजे एवं शाम 3:00 बजे से 6:00 बजे पूर्व से संचालित होता आ रहा है। पालिका अधिकारियों द्वारा सफाई कर्मचारियों पर बनाए जा रहे 5:00 बजे से उपस्थित के दबाव पूर्णतः असवैधानिक है। इसी उत्पीड़न सफाई कर्मचारियों में आक्रोश है । जिसको लेकर आज अखिल भारतीय मजदूर कर्मचारी महासंघ राष्ट्रीय महासचिव दिनेश वाल्मीक, प्रांतीय संरक्षक आशीष द्विवेदी, जिला अध्यक्ष शिव शंकर वाल्मीक, जिला महामंत्री चंदन वाल्मीक, नगर अध्यक्ष कौशल कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मचारियों ने जिला अधिकारी को ज्ञापन भेजा है। मजेदार बात यह है कि कर्मचारी नगर पालिका कार्यालय से पैदल शांतिपूर्ण ढंग से जिलाधिकारी कार्यालय जा रहे थे और इसकी भनक जैसे ही जिला प्रशासन को लगी कर्मचारी नेताओं का आरोप है कि रास्ते में ही सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा ज्ञापन ले लिया गया और उन्हें वापस लौटा दिया। जिस पर कर्मचारी नेताओं कहना है कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो एक जन आंदोलन विधिक कार्यवाही और न्याय के लिए जो भी संवैधानिक अधिकार होंगे उसका प्रयोग किया जाएगा।1