जीटी रोड को फोरलेन बनाने की राह में तमाम बाधाएं, किसान मुआवजा लेने के बाद नहीं दे रहे जमीन

जीटी रोड को फोरलेन बनाने में चौबेपुर व बिल्हौर के आबादी क्षेत्र में निर्माण कार्य कराने में दिक्कत आ रही है। एनएचएआइ का दावा है कि मंधना क्रासिंग तक अप्रैल 2023 तक कार्य पूरा हो जाएगा। विधायक का मामला शासन में लंबित है।

कानपुर,। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) गेट कल्याणपुर से मैनपुरी तक फोरलेन सड़क निर्माण की राह में अभी भी तमाम बाधाएं हैं। इसमें सबसे बड़ी अड़चन वे 67 किसान बने हुए हैं जो मुआवजा लेने के बाद भी जमीन नहीं दे रहे। विधायक का मामला शासन में लंबित है। चौबेपुर और बिल्हौर के आबादी क्षेत्र की वजह से कार्य में दिक्कत हो रही है। इन बाधाओं के बावजूद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) का दावा है कि मैनपुरी से मंधना क्रासिंग से पहले तक अप्रैल 2023 तक कार्य पूरा हो जाएगा।

एनएचएआइ का कानपुर के कल्याणपुर से अलीगढ़ तक 284 किलोमीटर जीटी रोड का चौड़ीकरण कार्य है, जिसे दो प्रोजेक्ट में बांट कर कराया जा रहा है, अलगीढ़ से मैनपुरी और दूसरा प्रोजेक्ट मैनपुरी के नवीगंज से आइआइटी गेट कानपुर तक 132 किलोमीटर का है। अलीगढ़ से मैनपुरी का कार्य पूरा हो चुका है, उस हिस्से में टोल भी पड़ने लगा है।

मित्रसेन से आइआइटी गेट तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य

कानपुर से मैनपुरी के बीच दो चरणों में फोरलेन का कार्य हो रहा है, जिसमें नवीगंज (मैनपुरी) से मित्रसेन (कन्नौज) तक जीआर इंफ्राटेक और मित्रसेन से आइआइटी गेट तक का कार्य पीएनसी इंफ्राटेक के पास है। मैनपुरी के नवीगंज से कन्नौज के मित्रसेन तक 61 किलोमीटर तक के निर्माण कार्य में कोई अड़चन नहीं है। मित्रसेन से आइआइटी गेट तक 61 किलोमीटर तक सड़क चौड़ीकरण में कई बाधाएं हैं, जिससे दिसंबर 2022 तक कार्य पूरा होने में संशय है।

इनकी वजह से कार्य में रुकावट

चौबेपुर में मजार की शिफ्टिंग न होने से काम में अड़चन, धार्मिक स्थलों की शिफ्टिंग, एनएच के बगल में पड़ने वाले स्कूल एवं सरकारी संस्थाओं के भवन। इनके लिए जमीन की व्यवस्था करके उन्हें शिफ्ट कराया जाना है। उसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है।

रेलवे क्रासिंग है मुख्य समस्या

मंधना रेलवे क्रासिंग के पास विधायक की फैक्ट्री है। वहां पर एलीवेटड पिलर बनना है, जिसके पाइलिंग का कार्य नहीं हो पा रहा है। 340 फिट तक खोदाई होनी है। इसी तरह बिल्हौर रेलवे क्रासिंग के पास किसान भूमि नहीं दे रहे हैं। विधायक और किसानों से बातचीत की जा रही है।

आबादी वाले क्षेत्र में कार्य करने में दिक्कत आ रही है। शिवराजपुर के उत्तरीपुरा में बाइपास का कार्य ठीक चल रहा है। चौबेपुर एवं बिल्हौर में दिक्कत है, कई जगह किसान मुआवजा लेकर जमीन नहीं छोड़ रहे हैं। उसके निस्तारण में जिला प्रशासन का पूरा सहयोग मिल रहा है। इस हिसाब से मंधना रेलवे क्रासिंग से पहले तक फोरलेन सड़क का कार्य अप्रैल 2023 तक पूरा कर लेंगे। विधायक के मामले के निस्तारण के एक साल के अंदर मंधना क्रासिंग से आइआइटी गेट का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। – प्रशांत दुबे, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ, कानपुर-कन्नौज सेक्सन।

जिला प्रशासन की कमेटी ने जो धनराशि निर्धारित की थी, उसका भुगतान एनएचएआइ नहीं कर रहा है। आर्बिटेशन में भी जीत चुके हैं। इस मामले में प्रमुख सचिव राजस्व के साथ बैठक होनी थी, लेकिन उनका स्थानांतरण हो गया। एनएचएआइ पूरा भुगतान कर दे, मैं 24 घंटे में कब्जा छोड़ दूंगा। – अमिताभ बाजपेई, विधायक।

एक नजर

132 किलोमीटर मैनपुरी के नवीगंज से कन्नौज के मित्रसेन तक जीटी रोड चौड़ीकरण कार्य

3000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट

67 किसान भूमि से नहीं छोड़ रहे कब्जा।  

दिसंबर 2022 तक होना है पूरा।

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