गुरुआ के मनरेगा में कमीशनखोरी बिना पैसा दिए नही मिलता है मजदूर की पैसा।
रंजीत कुमार
गुरुआ।प्रखंड के काज पंचायत के मनरेगा रोजगार सेवक अशोक कुमार सिन्हा के द्वारा पेड़ लगाने वाले मजदूरों से अवैध तरीके से पैसा वसूला जा रहा है।नही देने वाले लोगो को पेड़ का पैसा रोक दी जा रही है।बताते चले की मनरेगा योजना गरीब मजदूर तत्व के लोगो को रोजगार की गारंटी देने के लिए लाया गया था।लेकिन अब यह योजना सरकारी राशि को बंदरबाट करने बाली योजना बन गई है।इस योजना में जमकर रोजगार सेवक के द्वारा धांधली की जा रही है।कई सूत्रो बताते है की मनरेगा में कार्य करने के एवज में तीस प्रतिशत तक अवैध वसूली की जा रही है।किसी भी योजना को शुरू करने के लिए पहले एक सिस्टम बनाया जाता है।लेकिन यह सिस्टम बिल्कुल भ्रष्ट होते नजर आ रही है।इस संबंध में कई मजदूरों का कहना है की मैं अपने वार्ड में मनरेगा से पेड़ लगाया हूं, उस पेड़ को देखभाल करने के लिए सरकार द्वारा मजदूरों को उसके एवज में सरकारी स्तर से पैसे मुहैया की जाति है।लेकिन वो पैसा तभी मिलती है जब रोजगार सेवक को मजदूर के द्वारा तीस प्रतिशत कमीशन ली जाती ।है नही तो उनके द्वारा पैसा पर रोक लगा दी जाती है। और दूसरे मजदूर पर भेज उसे उगाही की जाती हैं ।यही मामला अभी गुरुआ के काज पंचायत से मजदूरों के द्वारा सुने को मिल रही है।रोजगार सेवक के द्वारा कहा जाता है की कमीशन नही दोगे तो पैसा नही मिलेगा और दूसरे के नाम पर एमबी कर देंगे मै पंचायत का मनरेगा का ठेकेदार हु जिसको चाहूगा काम करवा लुंगा जिसको डीएम या फिर कोई अधिकारी के पास जाना है जा सकते हैं।हालाकि काज पंचायत के पीआरएस के द्वारा मजदूर से कमीशन फोन पर मांगने की ऑडियो भी जारी की गई है