नेशनल एजुकेशन पालिसी-2020 में पुस्तकालय की उपयोगिता एवं भागीदारी विषय पर सेमिनार आयोजित

संवाददाता अपूर्व श्रीवास्तवा

नई दिल्ली | २६वें दिल्ली पुस्तक मेले में इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन द्वारा नेशनल एजुकेशन पालिसी-2020 में पुस्तकालय की उपयोगिता एवं भागीदारी विषय पर सेमिनार आयोजित की गई | गौरतलब है कि आईएलए की स्थापना कलकत्ता में 13 सितम्बर, 1933 को हुई थी तभी से एसोसिएशन भारत में लाइब्रेरी समुदाय, पुस्तकालयों एवं सूचना विज्ञानं आदि के विकास के लिए राष्ट्रव्यापी आन्दोलन में उल्लेखनीय योगदान दे रही है | इसी आन्दोलन को कारगर बनाने के उद्देश्य से ही उक्त सेमिनार का आयोजन किया गया | असोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ प्रदीप राय ने बताया कि इस सेमिनार में प्रो. (डॉ) राम अवतार यादव बतौर मुख्यातिथि तथा प्रो. शैलेन्द्र कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे |

उक्त सेमिनार में नई नेशनल एजुकेशन पालिसी-2020 में किसी भी संस्था के लिए पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान किस तरह उपयोगी हो सकता है उसी विषय पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. डी. वी. सिंह, डॉ. राजेश सिंह, डॉ.नबी हसन, प्रो. मधुसुदन, प्रो. ग्यास मक्दुमी, डॉ. ओ.एन.चौबे, डॉ शकुन्तला दहिया, डॉ. अभिजीत सिन्हा, डॉ धरम कुमार सहित ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए | इस सेमिनार में लगभग एक सौ से ज्यादा लाइब्रेरियन, सिक्षाविद्द एवं स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया | सेमिनार के अंत में, उपस्थित प्रत्येक भागीदार को डिजिटल प्रमाण पत्र सप्रेम भेंट किया गया | वहीँ आईएलए के आयोजक सचिव क़मर अब्बास द्वारा जारी सूचना के अनुसार आगामी 19 जनवरी से 21 तक डॉ.भीमराव अम्बेडकर ऑडीटोरियम, जेएलएन मेडिकल कॉलेज, अजमेर में 68वीं एनुअल कांफेरेंस ऑफ़ इंडियन लाइब्रेरी एसोसिएशन-2023 का आयोजन होने जा रहा है जहाँ देश-विदेश से लाइब्रेरी एवं इन्फॉर्मेशन साइंस प्रोफेशनल,शिक्षाविद्द, शोधकर्ताओं सहित स्टूडेंट्स भी हिस्सा लेंगें |

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