सिखों का प्रमुख त्योहार लोहड़ी गुरुद्वारे में अरदास के बाद पूरे जिले में धूमधाम से मनाया गया

मुकेश शर्मा
रायबरेली (संज्ञान न्यूज़)। लोहड़ी के त्यौहार का संबंध फसल की बुवाई व फसल की कटाई से है अच्छी फसल होने पर पंजाब व हरियाणा के लोग आग जलाकर भगवान को धन्यवाद देते हैं सूर्य देव व अग्नि देव की कृपा से अच्छी फसल होने के उपलक्ष में या परिवार में नई बहू या बच्चा पैदा होने पर लोहड़ी में भाग लेने की भी परंपरा है एक और

मान्यता के अनुसार जब पूरे देश में मुगलों का राज था तो पंजाब में स्थित एक दूर गांव था पट्टी जहां एक हिंदू परिवार रहता था उस परिवार में दो लड़कियां थी सुंदरी और मुंदरी दोनों बहुत ही सुंदर थी 1 दिन गांव के तहसीलदार नवाब खां की नजर दोनों लड़कियों पर पड़ गई तभी तहसीलदार नवाब खाने एलान कर दिया कि मकर संक्रांति के दिन दोनों लड़कियों को उठा कर ले जाऊंगा और उनसे विवाह करूंगा यह सुनकर हिंदू परिवार रोने लगा और वह मदद मांगने के लिए एक सिख दुल्ला सरदार से मदद की गुहार लगाई दूल्हा सरदार ने सुयोग्य वर फुल कर मकर संक्रांति के पहले उन दोनों का विवाह करा दिया तब से आज मकर संक्रांति के एक दिन पहले आग जलाकर और गीत गाकर दुल्ला सरदार को याद किया जाता है श्रद्धालु।


