शहर को बदसूरत बना रहे बिजली तारों के झुंड,शहर की शान में लगा रहे है बट्टा।

अयोध्या
अयोध्या को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए पूरी रामनगरी में ऐतिहासिक परिवर्तन हो रहा है। श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है। देश-विदेश के पर्यटकों के लिए रामजन्मभूमि, भक्ति व रामपथ सहित अन्य सड़कों को फोर लेन बनाया जा रहा है। लेकिन फैजाबाद शहर की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था शहर को बदसूरत बना रही है।
कदम-कदम पर सड़क पर रखे 25 से 200 केवीए तक के ट्रांसफार्मर भी न सिर्फ जगह घेरे हुए हैं बल्कि, जाम की स्थिति पैदा हो रही है। यह स्थिति फैजाबाद शहर की विद्युत आपूर्ति अंडरग्राउंड न होने से है, जो कि शहर की शान में बट्टा लगा रही है। जगह-जगह सड़क से लेकर गली कूचों में बिजली के खम्भे लगे हैं। इन खम्भों पर बिजली के केबलों का झुंड लदा हुआ है। लेकिन शहर की सूरत को बिगाड़ते इस तारों के जंजाल का स्थाई समाधान निकालने की कोई योजना नहीं है।
रामपथ निर्माण के साथ हर जगह सीवर लाइन तो बिछाई जा रही है। पूरा शहर गड्ढों में बदल गया है। सीवर लाइन से कोई ऐसा मोहल्ला नहीं है जो चलने लायक बचा हो। ऊपर से बिजली के पोल और उस पर लगा केबलों का जाल नव्य अयोध्या के मंसूबों पर ही पानी फेर रहा है। लोग रामनगरी की तरह ही फैजाबाद शहर में भी पोल मुक्त विद्युत आपूर्ति के लिए अंडरग्राउंड बिजली व्यवस्था चाहते हैं।
विजय कुमार कहते हैं कि जब अयोध्या में पूरा बिजली सिस्टम अंडरग्राउंड कर दिया गया है तो फैजाबाद शहर में क्यों नहीं हो रहा है। अगर बाद में यही कार्य होगा तो फिर सड़कें खुदेंगी और लोगों को परेशानी होगी। वहीं अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्त की ओर से अयोध्या की तरह फैजाबाद शहर में भी बिजली व्यवस्था अंडरग्राउंड करने का प्रस्ताव सरकार को करीब तीन साल पहले भेजा गया था। लेकिन इस प्रस्ताव को शासन से अभी हरी झंडी नहीं मिली है।
यूपीपीसीएल के मुख्यालय से फैजाबाद शहर में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को अंडरग्राउंड किए जाने का प्रस्ताव भारत सरकार के पास गया हुआ है। लेकिन अभी वह स्वीकृत होकर नहीं आया है …
सुनील गर्ग, अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण मण्डल, अयोध्या।