गया नगर निगम में प्लास्टिक थैली के प्रयोग पर बैन, नशामुक्ति, स्वच्छ इत्यादि अभियान के प्रचार-प्रसार एवं अन्य मदों में किए गए वित्तीय अनियमितता के संबंध में।


पत्रांक
बिहार( संज्ञान न्यूज़।)
संवाददाता vedraj
अभिलाषा शर्मा, भाप्रसे०
नगर आयुक्त गया नगर निगम
सेवा में,
बिहार, पटना।
विषय:
गया नगर निगम में प्लास्टिक थैली के प्रयोग पर बैन, नशामुक्ति, स्वच्छ इत्यादि अभियान के प्रचार-प्रसार एवं अन्य मदों में किए गए वित्तीय अनियमितता के संबंध में।
प्रसंग:
महाशय
विशेष कार्य पदाधिकारी, नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार पटना का 07/न०वि० / परि०-68/2022-2763/न०वि०एवंआ०वि० दिनांक 29.09.2022
पत्रांक
उपर्युक्त विषयक विभागीय प्रासंगिक पत्र के आलोक में कहना है कि गया नगर निगम में प्लास्टिक थैली के प्रयोग पर बैन, नशामुक्ति, स्वच्छ इत्यादि अभियान के प्रचार-प्रसार एवं अन्य मदों में किए गए वित्तीय अनियमितता के संबंध में नगर विकास एवं आवास दिभाग, बिहार पटना के पत्रांक 1575 /न०वि० एवं आ०वि० दिनांक 03.06.2019 के आलोक में जिला पदाधिकारी, गया के आदेश ज्ञापांक 4735/ गो० दिनांक 28.06.2019 द्वारा त्रिसदस्यीय जांच समिति गठित कर करायी गयी थी। उप विकास आयुक्त, गया के पत्रांक 12/गो० दिनांक 03.01.2020 द्वारा त्रिसदस्यीय जाँच समिति का जाँच प्रतिवेदन उपलब्ध करायी गयी जिसके आलोक में जिला पदाधिकारी, गया द्वारा पत्रांक 372 / गो० दिनांक 15.01.2020 द्वारा भवदीय सेवा में बिन्दुवार जाँच प्रतिवेदन समर्पित की गई है, जिसे अधोहस्ताक्षरी द्वारा बिन्दुवार संचिका के माध्यम से अध्ययन किया गया-
- पत्र में उल्लिखित विषयगत मामला डॉ० ईश्वर चन्द्र शर्मा ( म०प्र० से०) तत्कालीन नगर आयुक्त गया के कार्यकाल से संबंधित है। सही है।
- डॉ० ईश्वर चन्द्र शर्मा(मा०प्र०सं०) तत्कालीन नगर आयुक्त, नगर निगम, गया द्वारा दिनांक 06.12. 2018 से 09.12.2018 तक Hriday योजना अन्तर्गत नई दिल्ली में आयोजित कार्यशाला में भाग लेने हेतु जाने के क्रम में श्री विष्णु प्रभाकर लाल, नगर प्रकाक, नगर निगम, गया को अपने दैनिक कार्यों का प्रभार में रहने हेतु अनुशंसा की गयीं थी। उक्त अवधि में श्री विष्णु प्रभाकर लाल, नगर प्रबंधक द्वारा अपने क्षेत्राधिकार से हटकर तथा निगमायुक्त के वितीय शक्ति को अनाधिकृत रूप से दुरूपयोग करते हुए तीन अलग-अलग संचिकाओं के माध्यम से 7810800 /- (छेहतर लाख दस हजार आठ सौ रूपये) मात्र का व्यय कराया गया है। सही है।
- प्लास्टिक चैन, नशामुक्ति एवं स्वच्छता अभियान आदि के प्रचार-प्रसार हेतु तीन संचिकाओं के माध्यम से मो० 2808000/- (अठाईस लाख आठ हजार रुपये, 1302000(तेरह लाख दो हजार) एवं 3500800 /- (पैतीस लाख आठ सौ रूपये (सांस्कृति कार्यक्रम पर व्यय) मात्र का व्यय किया गया है। इस व्यय प्रक्रिया में बिहार वितीय नियमावली के नियम 131 (ज) एवं 131(झ) के तहत निविदा का प्रकाशन किये बगैर नियम से हटकर सीधे नगर निगम, गया के वेबसाईट पर दिनांक 01.12.2018 को निविदा अपलोड कर दिया गया है। यह भी अंकनीय है कि राज्य सरकार द्वारा उपरोक्त मद मेंमो० 212400/- (दो लाख बारह हजार चार सौ रूपये मात्र का आवंटन उपलब्ध कराया गया था। यद्यपि नगर निगम, गया के द्वारा समस्त स्थायी समिति की स्वीकृति से उपरोक्त मद में स्वनिधि मद एवं 14वीं वित आयोग की राशि मिलाकर कुल 9076372/- (नले लाख बेहतर हजार तीन सौ महतर) रूपये का व्यय किया गया है। इस संबंध राज्य सरकार द्वारा निर्गत विभागीय पत्र संख्या 2394 दिनांक 06.11.2018 में निहित मार्ग निर्देशिका के तहत प्रचार-प्रसार हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने का प्राख्यान नहीं किया गया है और न ही स्वनिधि की राशि को व्यय किये जाने संबंधी प्रावधान किया गया है। ऐसी स्थिति में सांस्कृतिक मद में व्यय की गई राशि मो० 3500900/- (पैंतीस लाख आठ सौ) रूपये विभागीय प्रावधान के प्रतिकूल है। इसी तरह 14वीं वित आयोग की राशि से प्लास्टिक बैन, नशा मुक्ति, प्रदूषण नियंत्रण एवं स्वच्छता अभियान के प्रचार-प्रसार हेतु किया गया व्यय विभागीय संकल्प संख्या 14वाँ वित आयोग -25-01/2015-3583/न०वि० एकआ०वि० दिनांक 13.07.2015 में निहित प्रावधान से हटकर किया गया है। सही है।
- ईट छरी बालू एवं टूटे मकान के सामग्रियों पर दण्ड वसूली हेतु चयनित उच्च निविदादाता के संवेदक श्री अंकेश कुमार द्वारा तीस-तीस हजार रूपये का दो बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से जमा किया। गया अग्रधन की राशि कुल मो० 80000/- (साठ हजार) की राशि को आज की तिथि से मुगतेय / सरकारी कोष में जमा नहीं कराया जा सका है। इसके साथ ही संवेदक द्वारा एकरारनामा के तहत एक वर्ष के लिए जमा करने हेतु निर्धारित राशि 3602000/- (तीन लाख बासठ हजार) रूपये में से मात्र 250000/- (दो लाख पचास हजार) रूपये जमा किया गया है। शेष राशि 112000/- (एक लाख बारह हजार रूपये संवेदक से वसूलनीय है। सही है।
- त्रिसदस्यीय जाँच समिति द्वारा प्रतिवेदित किया गया है कि सी०सी०टी०वी० कॅनरा हेतु AIM
ADDCOM प्रा०लि० पटना द्वारा निदेशित राशि मो० 1875000/- (अठारह लाख पचहतर हजार) रुपये चेक के माध्यम से जमा कर दिया गया है। सही है। 6. नगर निगम, गया के संचिका सं0-105/2018-19 के “पृष्ट संख्या-60 पर हस्तलिखित आवेदन एवं
हस्तलिपि हस्ताक्षर की जाँच फारेंसिक जांच एजेंसी (एक्सपर्ट) से कराया जाना श्रेयस्कर प्रतीत होता है। सही है।
- अतः भवदीय से अनुरोध है कि जिला पदाधिकारी, गया अवोहस्ताक्षरी से वरीय पदाधिकारी है एवं उनके स्तर से विभाग को उपलब्ध करायी गयी बिन्दुवार जाँच प्रतिवेदन सही है।
विभाग के स्तर से कार्रवाई अपेक्षित है। अनुलग्नक- जिला पदाधिकारी, गया का पत्रांक 372 / गो० दिनांक 15.01.2020
विश्वासभाजन
नगर आयुक्त गया नगर निगम