समान काम का समान वेतन मान मिलना चाहिए, शिक्षा सेवक तालमी मरकज को भी सम्मान वेतन मिले :नंदलाल मांझी


संवाददाता रज़ा सिद्दीक़ी
गया (संज्ञान दृष्टि) हिंदुस्तान अवाम मोर्चा पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सह प्रवक्ता ने कहा समान काम का समान वेतन मान मिलना चाहिए शिक्षा सेवक
तालमी मरकज को भी सम्मान वेतन मिले :नंदलाल मांझी करो ना कॉल हो नोटबंदी हो शराबबंदी हो सर्वे हो परीक्षा ड्यूटी हो या साक्षरता मुहिम चलाना हो इन सभी विषम परिस्थितियों में शिक्षा सेवक और तालिमी मरकज के बंधु जी तोड़ मेहनत करके बिहार सरकार के कार्य को धरातल पर उतारते हैं बिहार सरकार के अन्य कर्मियों की तरह यह भी विद्यालय में ड्यूटी देते हैं 8 घंटा समय देने के बावजूद भी इन लोगों के जैसा सरकार के द्वारा सौतेला व्यवहार किया जाता है जो उचित नहीं है कई संघ संगठन के लोग बिहार प्रदेश में विभिन्न जगहों पर विभिन्न मंचों के माध्यम से अपनी आवाज को उठाते रहे हैं लेकिन अभी तक ना उनका उचित समायोजन हो सका है ना ग्रेड पर मिल सका है ना समान काम का समान वेतन मान मिल सका है नाही प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था की गई है और तो और बिहार सरकार उनको सरकारी कर्मचारी भी मानने को तैयार नहीं है इस विषम परिस्थिति में गरीब भाई बंधुओं को जीवन यापन में काफी समस्या हो रही है कई शिक्षा सेवक और तालिमी मरकज ऐसे हैं जो अकाल काल के गाल में आर्थिक अभाव में समा गए हैं उनको समुचित इलाज समय पर नहीं मिलने की वजह से मृत्यु हो गई है आज पूरे बिहार भीष्म गर्मी की विभीषिका झेल रहा है जहां पर तापमान 45 डिग्री से ऊपर हो जा रहा है वहां पर भी शिक्षा सेवक और तालिमी मरकज को समर कैंप के माध्यम से ड्यूटी करने को मजबूर किया जा रहा है जो मानवीय पहलू को देखते हुए उचित नहीं है और शिक्षा सेवक हो तालिमी मरकज हो इन सभी में घोर असंतोष पनप रहा है और जिस तरह से शिक्षा विभाग के पंचायत शिक्षक हो या नियत वेतनमान शिक्षक हो उनको जिस तरह से नियमित छुट्टी मिलता है ,नियमित वेतनमान मिलता है उसी तरह से इनको भी मिलना चाहिए उक्त बातें हिंदुस्तान अवाम मोर्चा पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सह प्रवक्ता इंजीनियर नंदलाल मांझी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहीं ।
साथ ही साथ उन्होंने कहा कि हमारे नेता श्री जीतन राम मांझी और डॉक्टर संतोष मांझी हमेशा से गरीबों के साथ रहे हैं हमेशा से शिक्षा सेवक तालिमी मरकज या फिर विकास मित्र हो इन सभी को हमेशा बढ़-चढ़कर साथ दिए हैं आगे आने वाला समय भी उनके हकों की लड़ाई को लड़ते रहेंगे उनकी आवाज को उठाते रहेंगे साथ ही साथ 2 तारीख से समर कैंप का बहिष्कार और मांगो को समर्थन करती हैं।साथ ही गया जिला के दलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दिना मांझी उपस्थित रहे।

