ब्रह्मलीन हुए परम पूज्य संत श्री श्री 1008 स्वामी हरिहर देव आश्रम जी महाराज अध्यक्ष मां गंगा गोकर्ण जन कल्याण सेवा समित गोकना घाट ।

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मुकेश शर्मा

ऊंचाहार,रायबरेली (संज्ञान न्यूज़) गुरुवार को दक्षिण वाहिनी मांब्रह्मलीन हुए परम पूज्य संत श्री श्री 1008 स्वामी हरिहर देव आश्रम जी महाराज अध्यक्ष मां गंगा गोकर्ण जन कल्याण सेवा समित गोकना घाट
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ऊंचाहार,रायबरेली। गुरुवार को दक्षिण वाहिनी मां गंगा गोकर्ण ऋषि की तपस्थली गोकना घाट के पूज्य संत श्री श्री 1008 स्वामी हरिहर देव आश्रम जी महाराज जी ब्रह्मलीन हो गए। इसकी खबर से उनके अनुवाईयो में शोक की लहर दौड़ गई। हजारों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए आश्रम में पहुंच गए। गोलोकवासी महाराज जी मा गंगा गोकर्ण जन कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष पद पर अंतिम समय तक आसीन रहे। स्वामी जी (85) को गोकना घाट स्थित आश्रम में ही समाधि दी गई। बताते हैं कि स्वामी जी लम्बे समय से हार्ट की बीमारी से ग्रसित थे, जिनका एक सप्ताह तक दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन स्वास्थ में सुधार नहीं होने पर उन्हें कल शाम को आश्रम में लाया गया था। जहां आधीरात को उन्होंने अंतिम सांस ली। समिति के वरिष्ठ पुरोहित पंडित जितेंद्र द्विवेदी ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार संत सनातनी परंपरा के तहत गुरुवार को आश्रम में कर दिया गया। इसके साथ पहले उनकी अंतिम यात्रा में हजारों शिष्यों ने नम आंखों से पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर आचार्य रमेश द्विवेदी ,आचार्य नवल दीक्षित, आचार्य रामू द्विवेदी, आदि ने वैदिक मंत्रोचार के साथ विधि विधान से उनका अंतिम संस्कार करवाया। और अंत में समिति के सचिव श्री द्विवेदी जी ने बताया की आश्रम की व्यवस्था पर्वत स्वामी जी की मुख्य सेविका श्री मति माताजी देखती रहेगी। उक्त अवसर पर समिति के संरक्षक रति पाल शुक्ला से संरक्षक कृष्ण पाल सिंह, अमरेंद्र बहादुर सिंहचाचू, मंत्री जी के प्रतिनिधि कनक बिहारी सिंह,आदित्य द्विवेदी समाजसेवी, डॉ हर्षवर्धन द्विवेदी, राजाराम मौर्य,राकेश सिंह बबलू, राजेश सिंह ,राम सुमेर सिंह, अरविंद सिंह, पप्पू सिंह, दयाराम मौर्य कालीदीन माली, संजय सिंह सहित हजारों शिष्यो ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कियागंगा गोकर्ण ऋषि की तपस्थली गोकना घाट के पूज्य संत श्री श्री 1008 स्वामी हरिहर देव आश्रम जी महाराज जी ब्रह्मलीन हो गए। इसकी खबर से उनके अनुवाईयो में शोक की लहर दौड़ गई। हजारों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए आश्रम में पहुंच गए। गोलोकवासी महाराज जी मा गंगा गोकर्ण जन कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष पद पर अंतिम समय तक आसीन रहे। स्वामी जी (85) को गोकना घाट स्थित आश्रम में ही समाधि दी गई। बताते हैं कि स्वामी जी लम्बे समय से हार्ट की बीमारी से ग्रसित थे, जिनका एक सप्ताह तक दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन स्वास्थ में सुधार नहीं होने पर उन्हें कल शाम को आश्रम में लाया गया था। जहां आधीरात को उन्होंने अंतिम सांस ली। समिति के वरिष्ठ पुरोहित पंडित जितेंद्र द्विवेदी ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार संत सनातनी परंपरा के तहत गुरुवार को आश्रम में कर दिया गया। इसके साथ पहले उनकी अंतिम यात्रा में हजारों शिष्यों ने नम आंखों से पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर आचार्य रमेश द्विवेदी ,आचार्य नवल दीक्षित, आचार्य रामू द्विवेदी, आदि ने वैदिक मंत्रोचार के साथ विधि विधान से उनका अंतिम संस्कार करवाया। और अंत में समिति के सचिव श्री द्विवेदी जी ने बताया की आश्रम की व्यवस्था पर्वत स्वामी जी की मुख्य सेविका श्री मति माताजी देखती रहेगी। उक्त अवसर पर समिति के संरक्षक रति पाल शुक्ला से संरक्षक कृष्ण पाल सिंह, अमरेंद्र बहादुर सिंहचाचू, मंत्री जी के प्रतिनिधि कनक बिहारी सिंह,आदित्य द्विवेदी समाजसेवी, डॉ हर्षवर्धन द्विवेदी, राजाराम मौर्य,राकेश सिंह बबलू, राजेश सिंह ,राम सुमेर सिंह, अरविंद सिंह, पप्पू सिंह, दयाराम मौर्य कालीदीन माली, संजय सिंह सहित हजारों शिष्यो ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया

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