राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ने अधिकारियों संग की बैठक


मनोज वर्मा, धर्मेश शुक्ल
लखीमपुर खीरी 17 जून। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डा. सुचिता चतुर्वेदी ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक की शुरुआत में आयोग की सदस्य ने उपस्थित अधिकारियों का परिचय प्राप्त किया। बैठक का संचालन जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय कुमार निगम ने किया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए आयोग की सदस्य डॉ सुचिता चतुर्वेदी ने योजना के क्रियान्वयन को लेकर
अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे आपसी समन्वय स्थापित करके मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ पात्र बच्चों को दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कोरोना के कारण निराश्रित हुए बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा एवं सुरक्षा पर जोर देते हुए समय-समय पर उनका हाल-चाल लेने का निर्देश दिया।


स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए सदस्य डा. सुचिता चतुर्वेदी ने निर्देश दिया कि पीकू वार्ड, एनआरसी, सीएचसी केन्द्र व ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जायें ताकि बच्चों को किसी प्रकार की कोई समस्या न होने पाये। बालश्रम पर प्रभावी अंकुश के लिए आमजन में जागरूकता लाने के उद्देश्य से व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान संचालित करने का सुझाव देते हुए बालश्रम से सम्बन्धित मामलों में कड़ी कार्रवाई कराये जाने की भी अपेक्षा की। महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के ग्राम स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आहवान्ह किया कि प्रदेश को कुपोषण मुक्त करने के उद्देश्य से संचालित किये जा रहे कार्यक्रमों को सफल बनाये जाने के लिए सक्रिय सहयोग प्रदान करें।
बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ लक्ष्मीकांत पांडेय, डीपीओ सुनील श्रीवास्तव, श्रम प्रवर्तन अधिकारी संतोष त्रिपाठी, डिप्टी सीएमओ धनी राम, बाल कल्याण समिति के सदस्य एसपी सिंह सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।