शिक्षक दिवस पर प्रो संजय द्विवेदी ने आरजेएस पीबीएच के पाॅडकास्ट का किया लोकार्पण,कहा पत्रकारिता का हो भारतीयकरण.


शिक्षक दिवस पर प्रो संजय द्विवेदी ने आरजेएस पीबीएच के पाॅडकास्ट का किया लोकार्पण,कहा पत्रकारिता का हो भारतीयकरण.
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में दो दिवसीय आरजेएस पीबीएच की प्रबोधन कार्यशाला संपन्न.
संज्ञान दृष्टि टीम
नई दिल्ली (संज्ञान दृष्टि)। राम जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस, आरजेएस पीबीएच का दो दिवसीय (2और 3 सितंबर 2023) पाॅजिटिव मीडिया प्रबोधन कार्यशाला का सफल आयोजन संस्थापक उदय मन्ना के संयोजन में ऑन लाइन किया गया ।
वेबिनार में ओपनिंग रिमार्क्स आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद माथुर और ब्राॅडकास्टर पार्थ सारथि थपलियाल ने किया।
सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति को नमन् किया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए वेबिनार के सह-आयोजक सोमेन कोले- सचिव टीजेएपीएस केबीएसके ने आरजेएस पीबीएच का अगला कार्यक्रम इक्कीस जनवरी 2024 को करने और आरजेएस पीबीएच की आगे भी पाॅजिटिव मीडिया ओरियंटेशन कार्यशाला आयोजित करने की घोषणा की।
माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता संस्थान, भोपाल में प्रोफेसर तथा आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक
प्रो.(डा.) संजय द्विवेदी ने वेबिनार का ऑनलाइन उद्घाटन करते हुए आरजेएस पीबीएच के सकारात्मक भारत-उदय आंदोलन की तारीफ की। उन्होंने आरजेएस पीबीएच के पाॅडकास्ट उदयवाणी का लोकार्पण करते हुए संवाद की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि संवाद कभी नकारात्मक नहीं हो सकता है । उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया का भारतीय करण करने की आवश्यकता है। आज मीडिया में हेट न्यूज ,फेक न्यूज एक चुनौती है। फेक न्यूज से लड़ना है ।सोशल मीडिया पर फैक्ट चेक करके ही फारवर्ड करें । उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच वालों को मीडिया में प्रमुख स्थान देने से श्रेष्ठ भारत का निर्माण किया जा सकता है। ये ही सकारात्मक पत्रकारिता से सकारात्मक भारत निर्माण है। डा.संजीव भानावत पूर्व प्रमुख, सेंटर फॉर मास कम्युनिकेशन राजस्थान विश्वविद्यालय,ने कहा कि
आजादी की लड़ाई में संपादकों का योगदान बहुत रहा है । वो सच लिखने के कारण जेल गये । सोशल मीडिया ने सूचना का लोकतंत्रीकरण किया है ।आज जरूरत है कि मीडिया के प्रमुखों के साथ सकारात्मक बैठक कर सकारात्मक पत्रकारिता पर उनके विचार लिए जाएं।
आकाशवाणी के न्यूज रीडर तथा करेंट एफेयर्स प्रोग्राम पेश करने वाले निशीथ कुमार ने फेक न्यूज के प्रकारों के विषय में बताया । उन्होने कहा कि एक न्यूज एंकर को न्यूज पढ़ते समय स्पष्ट वॉयस की आवश्यकता होती है। न्यूज एंकर को न्यूज पढ़ते समय हल्का विराम भी देना चाहिए न कि लगातार समाचार पढ़ते रहें । उन्होंने बताया कि अपना उच्चारण सुधारने के लिए रेडियो सुनें तथा टीवी देखें और अपनी आवाज को रिकार्ड करें फिर सुनें इस तरीके से हम अपने उच्चारण तथा कमियों को सुधार सकते हैं । उन्होंने बताया कि इंटरव्यूवर कम बोले तथा इंटरव्यू से पहले इंटरव्यूवी को पहले सहज बना ले । इंटरव्यूवर को करेंट अफेयर्स की जानकारी जरूर होनी चाहिए ।
दूरदर्शन, डीडी न्यूज दिल्ली के संवाददाता धीरज कुमार ने दूरदर्शन की सार्थकता के बारे में बताया कि दूरदर्शन मात्र सरकार का भोंपू नहीं है । दूरदर्शन, सरकार की नीतियों और जनता की भलाई के कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाता है ।
इस समय जी-20 के कार्यक्रम को रिकार्ड करने का काम दूरदर्शन कर रहा है
भारत सरकार के पूर्व आईटी आफिसर निखिलेश मिश्रा ने हमारे जीवन में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस यानि कृत्रिम बुद्धिमत्ता का क्या प्रभाव पड़ेगा उसके बारे में बताया । अब न्यूज एंकर एआई से उत्पन्न हो रहे हैं.
एआई हमारे काम को आसान बना रहा है लेकिन साथ में हमारे फोन नंबर और फोटो का दुरुपयोग करके फ्राड लोग खातों को खाली कर रहे हैं । हमारी फोटो का दुरुपयोग करके वसूली कर रहे हैं । हमें सजग रहना है ,लालच नहीं करना है ।
दो दिवसीय वेबीनार का संचालन आरजेएस पीबीएच के संस्थापक और राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना ने शानदार तरीके से किया । आरजेएस पीबीएच प्रवक्ता अशोक कुमार मलिक और पैनलिस्ट दुर्गा दास आजाद ने धन्यवाद दिया । वेबिनार में कई राज्यों से आरजेएशिएन्स जुड़े।