लंबी रोग से बचाव के लिए सुरक्षा इंतजाम हुए कड़े – शिवानी जैन एडवोकेट ।

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लंबी रोग से बचाव के लिए सुरक्षा इंतजाम हुए कड़े – शिवानी जैन एडवोकेट

ऑल ह्यूमंस सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ एवं जीव दया स०स० शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा राना जी की अध्यक्षता में लंपी की रोकथाम के लिए, पशुओं में संक्रमण को नियंत्रित करने, उपचार एवं पशु प्रबंधन टीकाकरण एवं अन्य निरोधक उपायों के साथ प्रशिक्षण देने के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया।
पशुपालन विभाग ने कहा कि अभी तक जिला अलीगढ़ में कोई भी मामला संज्ञान में नहीं आया है। लंपी की रोकथाम के लिए 62 टीमों का गठन किया गया है। अब तक दस हजार टीके तक प्राप्त हुए थे उन टीकों को पशुओं को लगाए जा चुका है।
प्राचीन मानवाधिकार काउंसिल सदस्य एवं जीव दया के स०स० डॉ एच सी विपिन कुमार जैन ने कहा कि
विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन के अनुसार,इसकी विशेषता बुखार, दूध उत्पादन में कमी और त्वचा पर गांठें होना है। मास्टिटिस , परिधीय लिम्फ नोड्स की सूजन , भूख न लगना, नाक से स्राव बढ़ना और आंखों से पानी आना भी आम है।
पशुओं में यह वायरस बहुत तेजी से फैलता है और इसके लिए वह खास माध्यम का सहारा लेता है।अगर कोई पशु लंपी वायरस से संक्रमित हो जाए तो उसके शरीर पर परजीवी कीट, किलनी, मच्छर, मक्खियों से और दूषित जल, दूषित भोजन और लार के संपर्क में आने से यह रोग अन्य पशुओं में भी फैल सकता है।
ग्लोबल ओनर यूनिवर्सिटी डायरेक्टर ऑफ़ एकेडमिक डॉ कंचन जैन ने कहा कि पशु संक्रमित हो उसे स्वस्थ पशुओं के झुंड से अलग रखें ताकि संक्रमण न फैले।
कीटनाशक और बिषाणुनाशक से पशुओं के परजीवी कीट, किल्ली, मक्खी और मच्छर आदि को नष्ट कर दें।
पशुओं के रहने वाले बाड़े की साफ-सफाई रखें।
जिस क्षेत्र में लंपी वायरस का संक्रमण फैला है, उस क्षेत्र में स्वस्थ पशुओं की आवाजाही रोकी जानी चाहिए।
किसी पशु में लंपी वायरस के लक्षण दिखें तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
राष्ट्रीय हिंदू महासभा भारत के प्रदेश उपाध्यक्ष इं आकाश कुमार जी, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ अंजू लता जी, शालू सिंह एडवोकेट, विमला चौधरी एडवोकेट, मां सरस्वती शिक्षा समिति के संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट ,ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट , रामबाबू वर्मा एडवोकेट, सागर उपाध्याय एडवोकेट, भगवा हिंदू युवा वाहिनी एवं जीव दया स०स० शकुंतला देवी, सुनीता जी, सरोज जी आदि ने कहा कि लम्पी स्किन रोग के प्रसार को नियंत्रित करने और इसे रोकने के लिए स्वस्थ पशुओं का टीकाकरण ज़रूर करवाएं।स्वस्थ पशुओं के टीकाकरण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ पशुओं को भी टीका अवश्य लगवाए ।ताकि अगली बार उन्हें किसी तरह का संक्रमण न लगे।
यदि कोई पशु लंपी रोग से पीड़ित दिखाई दे तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ

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