समाज सुधारक पं० दीनदयाल उपाध्याय समाज की नई दिशा-शिवानी जैन एडवोकेट


संज्ञान न्यूज टीम
अलीगढ़(संज्ञान न्यूज)।ऑल ह्यूमंस सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर कहा कि गरीब और दलित लोगों की आवाज, राष्ट्रवादी नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की आज, 25 सितंबर 2023 को जयंती है। भारतीय राजनीति के इतिहास में प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती को हर साल अंत्योदय दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
अंत्योदय और गरीबों की सेवा पर उनका जोर हमें प्रेरणा देता रहता है। उन्हें एक असाधारण विचारक और बुद्धिजीवी के रूप में भी व्यापक रूप से याद किया जाता है।
प्राचीन मानवाधिकार काउंसिल सदस्य एवं मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन ने कहा कि अंत्योदय शब्द का मतलब उत्थान होता है, जो समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए उत्थान को समर्पित है। इस दिन का उद्देश्य भारत के गरीब और पिछड़े लोगों के विकास की ओर घ्यान खींचना है। साथ ही इस दिन को समाज और राजनीति में उपाध्याय जी के योगदान के लिए भी मनाया जाता है और उन्हें याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी एक राजनीतिक विचारक के साथ-साथ श्रेष्ठ दार्शनिक और पत्रकार भी थे।


शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जी, शालू सिंह एडवोकेट,सुनीता जी, विमला देवी,़थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड कमेटी मेंबर डॉ कंचन जैन , मां सरस्वती शिक्षा समिति संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट,
सागर उपाध्याय एडवोकेट, डॉ एच सी राजेंद्र कुमार जैन, इं आकाश कुमार जी, आदि ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का आर्थिक दर्शन, समाज को सशक्त बनाने के उद्देश्य से नीतियां और अंत्योदय का दिखाया मार्ग आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक है।
पं दीनदयाल उपाध्याय जी एक ऐसे राजनीतिक समीकरण के सूत्रधार एवं समर्थक थे, जिसमें राष्ट्रभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी थी। राजनीति में कथनी और करनी में अंतर न बनाए रखने वाले इस महापुरुष ने भारतीय संस्कृति के प्रति अपनी गहरी आस्था बनाए रखी।
शिवानी जैन एडवोकेट,डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ।