आरजेएस पीबीएच का पब्लिक एड्रेस सिस्टम सकारात्मक आंदोलन और प्रवासियों व भारतीयों के बीच सेतु बनेगा.
आरजेएस पीबीएच तैयार कर रहा है सकारात्मक आंदोलन का दस्तावेज.
अबकी बार यादगार रहेगा
गणतंत्र व प्रवासी भारतीय दिवस का अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम.
संज्ञान न्यूज टीम
नई दिल्ली (संज्ञान न्यूज)। राम जानकी संस्थान पॉजिटिव ब्रॉडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) दुनिया में सकारात्मक सोच के आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। आरजेएस पीबीएच के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि अमृत काल का सकारात्मक भारत-उदय के 270 में संस्करण में 9 अक्टूबर को गणतंत्र दिवस और प्रवासी भारतीय दिवस की तैयारियों पर ऑनलाइन वाद- संवाद का आयोजन किया गया। सत्येंद्र -सुमन त्यागी, ब्रज किशोर ने कहा कि सकारात्मक आंदोलन से जुड़ने का अभी समय है , सही समय है। कार्यक्रम में सुशीला रंजन और प्रदीप बघेल भी शामिल रहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि 85 वर्षीय साधक ओम प्रकाश जी ने नवरात्र के नौ देवियों का आह्वान करते हुए आरजेसियंस से एकजुटता का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच का आंदोलन , विश्व शांति के लिए कृतसंकल्प है।
उन्होंने विजयदशमी के दिन 12 अक्टूबर को “नकारात्मकता पर सकारात्मक का विजयोत्सव” के ऑनलाइन कार्यक्रम में सायं 5 बजे जुटने का आह्वान किया।
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आरजेएस पीबीएच न्यूज लेटर के अतिथि संपादक राजेंद्र सिंह कुशवाहा ने अपने-अपने ग्रुप में कार्यक्रम के सह-आयोजकों से आरजेएस पीबीएच के कार्यक्रम में लोगों को जोड़ने का प्रस्ताव किया,जो मंजूर हो गया। इसके साथ साथ उन्होंने जगह-जगह से आरजेसियंस के संवाद को आरजेएस पीबीएच स्टूडियोज से प्रसारण का अनुरोध किया जिसे विचार विमर्श के बाद लागू किया जा सकता है। आरजेएस ऑब्जर्वर दीप माथुर ने कहा कि गणतंत्र दिवस व प्रवासी भारतीय दिवस के उपलक्ष्य में 19 जनवरी 2025 को आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम की तैयारियों में
पाॅजिटिव मीडिया पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम प्रभावी साबित होगा। उन्होंने आशा सकारात्मक आंदोलन की कोशिशों को पुलिस व जनता का भरपूर समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम जब भी हम पाॅजिटिव मीडिया पब्लिक मीटिंग करें,हमारा दृष्टिकोण और नजरिया बहन-भाई से मिलने और बातें करने का रहे।
एडवोकेट सुदीप साहू ने कहा कि भारी संख्या में गैदरिंग होने की संभावना होने की स्थिति में पुलिस -प्रशासन को सूचित करना एहतियातन व सराहनीय कदम है।