दो दिवसिया कथा करने पहुचे श्री ध्यान प्रेमानन्द जी महाराज
विशाल अग्रवाल (संज्ञान न्यूज़ )
उधम सिंह नगर /केलाखेड़ा
केलाखेड़ा 20 नवम्बर गांव धीमर खेड़ा में आयोजित दो दिवसीय सालाना सन्त समागम में सन्त श्री ध्यान प्रेमानन्द जी महाराज ने कहा कि आज का मानव माया जाल मे फंस कर रह गया है।उन्होंने कहा कि सन्त महापुरुषों की शरण में आने से मानव तर जाता है।इस मौके पर मंदिर में ध्वज पताका फहराई और कई लोगों ने गुरु दीक्षा भी ग्रहण की।यहां विशाल लंगर भी आयोजित किया गया।
जानकारी के अनुसार निकटवर्ती गांव धीमरखेड़ा मे आज बुधवार को आयोजित दो दिवसीय विशाल वार्षिक सन्त समागम में नंगली दरबार मेरठ से आये सन्त श्री ध्यान प्रेमानन्द जी महाराज ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जैंसे बिना पर के कोई पक्षी उड़ नही सकता है वैंसे ही बिना सिमरन के मानव को मुक्ति नही मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सन्त ही होते हैं जो समय समय पर सत्संगों के माध्यम से मानव को सत्य का मार्ग दिखाते हैं तथा इस कलयुग में आसानी से सत्संग के द्वारा भगवान को प्राप्त किया जा सकता है।उन्होंने बताया कि मानव अपनी सकारात्मक सोच के कारण ही महान बनता है अगर मानव की सोच सही होगी तो दुःख में भी सुख की अनुभूति का अहसास होगा।उन्होंने बताया कि यदि सन्त महापुरुषों का सानिध्य प्राप्त हो जाये तो हमारा तन मन सभी निर्मल हो जाते हैं।उन्होंने बताया कि मानव को अपने आराध्य का सिमरन करते रहना चाहिए तथा अपने द्वारा जाने अनजाने में किये गये उलटे सीधे कार्यो के प्रति अपने इष्ट देव और अपने गुरू महाराज जी से क्षमा याचना करते रहना चाहिए।उन्होंने कहा कि कलयुग का प्रभाव बढ़ता ही जा रहा इससे बचने के लिए गुरु ही रास्ता दिखातें हैं। तथा मानव को सद्कर्म करते रहना चाहिए इसी से मानव को मोक्ष प्राप्त होता है।उन्होंने कहा कि मानव को अहंकार का त्याग करके ही अपने जीवन को सफल बनाया जा सकता है।
इस मौके पर मंदिर की गुम्बद पर दर्जनों लोगों ने ध्वज पताका फहराई तथा कई लोगों ने गुरु दीक्षा भी ग्रहण की।इस मौके पर पूरे दिन गुरु का लंगर चलता रहा जंहा सैकड़ों लोगों ने लंगर का आनंद लिया।
सत्संग के दौरान दिल्ली से आये सन्त श्री हरिअनमोला नन्द जी एवं संत श्री हरि संगीतानंद जी के मधुर भजनों ” मूर्ख प्राणी ये जग है झूंठा सपना तू सुन ले ये ध्यान से,इस जग मे कोई नही अपना तू प्रीत कर ले भगवान से , एवं एक पल मे लिया राम का नाम , क्या भरोसा जिंदगी का आदि भजनो ” पर श्रद्धालु नाचने लगे।
इस मौके पर सन्त श्री हरि संगीता नन्द जी महाराज, सन्त श्री अध्यात्म प्रेमानंद जी, संत श्री आलोक प्रेमानंद जी,संत श्री विचार बोधानंद जी,संत श्री विनम्र प्रेमानंद जी, अनामिका आदि ने सत्संग को सम्बोधित किया।
इस मौके पर आश्रम के महंत जगदीश चंद कम्बोज, सी डी खुराना, कांता यादव,रितु खुराना, लेखराज कम्बोज्,राजरानी कम्बोज,देशराज कम्बोज,दीक्षांत यादव,हिमानी खुराना,अंशुल खुराना,करन,बाला,किट्टू,विमला यादव,अनीता यादव,प्रदीप जल्होत्रा,ममता खुराना,सपना यादव,सतीश जल्होत्रा,राधा यादव, शिवानी,सोनिया जल्होत्रा,ममता अरोरा, प्रियांशी, आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद थे।दो