साकारात्मक सोच से ही मानव जीवन आनंद मय संत श्री ध्यान प्रेमानंद जी महाराज
विशाल अग्रवाल (संज्ञान न्यूज़)
उधम सिंह नगर /केलाखेड़ा
बाजपुर 22 नवम्बर श्री नंगली दरबार मेरठ से आये संत श्री ध्यान प्रेमानंद जी एवं संत श्री आलोक प्रेमानंद जी ने राजीवनगर एवं बांके नगर मे सत्संग के दौरान कहा कि साकारात्मक सोच से ही मानव जीवन आनंद मय होता है।
जानकारी के अनुसार बाजपुर की राजीवनगर कॉलोनी मे बृजलाल यादव एवं बांके नगर मे रामपाल सिंह के आवास पर श्री नंगली दरबार मेरठ से आये संत श्री ध्यान प्रेमानंद जी महाराज एवं संत श्री आलोक प्रेमानंद जी महाराज ने सयुंक्त रूप से सत्संग को सम्बोधित करते हुए कहा कि मानव जो कष्ट पाता है वह सब प्रारब्ध के अनुसार ही पाता है।मानव को अपने इष्ट का ध्यान सेवा सिमरन करना चाहिए तभी उस परमात्मा की कृपा के फलस्वरूप मानव को मोक्ष प्राप्त होता है उन्होंने कहा कि प्रभु की भक्ति करने से मानव को जो ज्ञान प्राप्त होता है वह अलौकिक होता है उन्होंने कहा कि ये मानव चोला उस परमात्मा का ही अंश है।ये शरीर उस परम पिता परमेश्वर की धरोहर है।इस मौक़े पर प्रशाद वितरित किया गया।
इस मौक़े पर संत श्री बोधानंद जी,विनम्र प्रेमानंद जी,अनामिका दीदी, बृजलाल यादव,कांता यादव,तुलाराम यादव,विमला यादव,गुलाब सिंह,दिग्विजय सिंह, अक्षित यादव, राधा,प्रभा यादव,अनीता यादव,वेदांत यादव,मंजू,अरूही,अलर्व,आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे ।