ब्रेकिंग न्यूज़

दो दिवसीय वार्षिक सन्त सम्मेलन प्रारम्भ

विशाल अग्रवाल (संज्ञान न्यूज़)

उधम सिंह नगर /केलाखेड़ा

केलाखेड़ा 28 नवम्बर गांव हरिपुरा में स्थित श्री अद्वैत स्वरूप विचार आश्रम में दो दिवसीय वार्षिक सन्त सम्मेलन में सन्त श्री ध्यान प्रेमानन्द जी एवं सन्त श्री विज्ञान प्रेमानन्द जी महाराज ने कहा कि अपने माता पिता की सच्ची सेवा करने से भी मानव महान बनता है।
जानकारी के अनुसार निकटवर्ती गांव हरिपुरा में स्थित श्री अद्वैत स्वरूप विचार आश्रम में आयोजित दो दिवसीय सन्त सम्मेलन का आज दोपहर सुभारम्भ हुआ ।इस मौके पर नंगली दरबार मेरठ एवं हरियाणा के फतेहाबाद से आये सन्त श्री ध्यान प्रेमानन्द जी एवं सन्त श्री विज्ञान प्रेमानन्द जी महाराज ने सत्संग को सयुंक्त रूप से उन्होंने बताया कि आज की पीढ़ी अध्यात्म के प्रति भी जागरूक नहीं है वह भी गलत धंधो में लगी हुई है।लोगों को अपने गुरू के प्रति सच्ची श्रद्धा रखनी चाहिये, गुरू के द्वारा ही मनुष्य को ज्ञान एवं मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।सन्त समय समय पर इस धरा पर आकर लोगों को सत्य का मार्ग दिखाते हैं।उन्होंने कहा कि मानव के सतगुरू की शरण में आने से उसके सारे गुनाह माफ हो जाते हैं।सत्संग को सम्बोधित करते हुए उन्होंने बताया कि भगवान के भजनों में मन लगाने से उस परम पिता परमात्मा की प्राप्ति होती है और सन्तो की शरण में आने से मुक्ति मिलती है।
दिल्ली से आये सन्त श्री हरि अनमोला नन्द जी महाराज ने कहा कि माता पिता की सेवा करना ही प्रभु की सच्ची सेवा है,उन्होंने बताया कि भगवान तक पहुंचने का रास्ता माता पिता के चरणों से होकर जाता है।उन्होंने बताया कि ईश्वर का सानिध्य पाने के लिए मानव सेवा नितांत आवश्यक है तथा इसी में समाज का हित है।उन्होंने आत्मा का सीधा संबंध परमात्मा से बताया।इसके बाद हरि अनमोला नन्द जी महाराज के मधुर भजनों पर श्रद्धालु भाव विभोर होकर नृत्य करते रहे।
इस मौके पर सन्त श्री विचार सेवा नंद जी संत श्री ध्यान प्रेमानन्द जी,सन्त श्री विज्ञान प्रेमानन्द जी,संत विनीत प्रेमानंद जी,संत हरि अनमोला नंद जी, आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।

Copyright :

कृपया संपादक, लेखक की अनुमति के बिना किसी भी लेख की नकल ना करें । इस वेबसाइट पर प्रकाशित सभी स्वीकृत लेख www.sangyannews.com और संबंधित लेखकों को छोड़कर संपादकों द्वारा संपादित किया जाता है । लेख / समाचार आदि की नकल करने पर आपके खिलाफ कॉपीराइट एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया जा सकता है ।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!